Author : Ratan Maneria
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 48Page
Language : Hindi
List Price: Rs. 51
Selling Price
(Free delivery)
प्रस्तुत नाटक ‘माँ की पुकार’ में जनकल्याण के लिए कई समस्याओं को उठाया गया है ......आज की युवा पीढ़ी वृद्ध माता-पिता के प्रति उपेक्षा का भाव रख रही है तथा बेटी द्वारा माता-पिता की निःस्वार्थ भाव से सेवा कर रही है ... हम पुत्रों की चाह में पुत्रियों को उनके स्नेह व अधिकार से वंचित न करें। माता-पिता की सेवा पुत्र ही नहीं पुत्रियाँ भी कर सकती हैं। वही लेखक व प्रस्तुत नाटक का मूल मंत्र है । माता-पिता की निःस्वार्थ सेवा को प्रस्तुत करने का विनम्र प्रयास है। यह नाटक करुण रस की छाप छोड़ता है तथा यह नाटक रोचक व प्रेरक है तथा हृदय को छू जाने वाला है ।
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 93-84312-04-5 |
Number of Pages | 48 |
Publication Year | 2015 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-93-84312-04-6 |
Binding | Paperback |
© Copyrights 2013-2023. All Rights Reserved Uttkarsh Prakashan
Designed By: Uttkarsh Prakashan