Author : Somandra Singh
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 28Page
Language : Hindi
List Price: Rs. 100
Selling Price
(Free delivery)
विश्व में सृष्टि के प्रारम्भ से आज तक सबसे अधिक सौभाग्य भारतवर्ष को प्राप्त है, जहाँ ऋषि, महर्षि,तपस्वी, विद्वान, परोपकारी, पुण्यात्माओं ने मानवता के प्रचार-प्रसार में अपने जीवन की आहुतियाँ देकर राष्ट्र यज्ञ को सफल किया तथा अपनी जीवन यात्रा को सफल बनाया। आज तक न जाने इस पृथ्वी पर कितनी यात्राएँ हुई हैं। जिन्होंने विश्व को प्रभावित किया है। ऐसी ही एक यात्रा लगभग ढ़ाई हज़ार वर्ष पूर्व हुई, जिसने विश्व को गहराई तक झकझोर कर रख दिया। यह यात्रा थी एक राजकुमार की, जो नगर भ्रमण के लिए निकला था वह जानता ही नहीं था कि दुःख भी कोई वस्तु होती है। लेकिन जब उसने नगर भ्रमण के समय रुग्णता, वृद्धावस्था और मृत्यु को निकट से देखा तो अंदर तक हिल गया। उन विचारों के उथल- थल से नये विचार उत्पन्न हुए वही बौद्ध धर्म की आधार शिला कहलाये। उन विचारों के ऊपर ही बौद्ध धर्म खड़ा है। जिन्होंने उन विचारों को अपनाया वही बौद्ध कहलाये। राजकुमार से गौतम बुद्ध की यात्रा बौद्ध धर्म के रूप में विश्व के सामने आयी जिसने भारत ही नहीं अपितु चीन, जापान, बर्मा, भूटान, तिब्बत, श्रीलंका आदि देशों के लोगों को जीवन की एक नई परिभाषा प्रदान की। उनको वैज्ञानिक चिन्तन व निर्माण की महत्ता पर सोचने को विवश कर दिया। आज बौद्ध धर्म को मानने वाले करोड़ों की संख्या में हैं, जो उसकी आचार शिक्षा का पालन करते हैं। प्रस्तुत पुस्तक में बौद्ध धर्म की आचार शिक्षा पर संक्षिप्त प्रकाश डाला गया है। बौद्ध धर्म का विशाल साहित्य भण्डार है, उसमें से कुछ मोती स्वरूप शिक्षाएँ समाज के सामने लाने का छोटा सा प्रयास है। जिससे समाज नई प्रेरणा एवं शिक्षा ले सकें। यदि किसी भी एक व्यक्ति के जीवन में कुछ परिवर्तन आया तो मैं अपना प्रयास सफल समझूँगा।
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-728973-7 |
Number of Pages | 28 |
Publication Year | 2018 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-9-38-728973-4 |
Binding | Paperback |
© Copyrights 2013-2025. All Rights Reserved Uttkarsh Prakashan
Designed By: Uttkarsh Prakashan