Author : Praveen Kumar Rahi
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 96Page
Language : Hindi
List Price: Rs. 250
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अंजुमन जैसे एक काव्यसागर है जिसकी रचनाएं राजनीतिक विदुर्दता, सामाजिक सोच को इंगित करती हैं । कुछ रचनाओं में विभिन्न आयामों, भोली जनता के असमंजस, मानचित्र, वो आदमी.... उनका राष्ट्र और भाषा के प्रति प्रेम का उन्मेय भी दृष्टिगोचर होता है...... दूसरी तरफ लेखन शैली देखकर पढ़कर कवि के अंतर्बोध का भी भास होता है उसकी कलम से निकला हर शब्द हर पंक्ति हर रचना एक नया सन्देश सा देती प्रतीत होती है कुल मिलकर यह पुस्तक पठनीय और प्रेरणादायक मनोरंजक और भावना प्रधान रचनाओं पर आधारित है जो सुधी पाठकों की नव्ज टटोलने में अवश्य ही कामयाब होगी ......
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-815579-3 |
Number of Pages | 96 |
Publication Year | 2019 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-93-88155-79-3 |
Binding | hard cover |
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