Uttkarsh Prakashan

Jeevan Prabandhan


Jeevan Prabandhan

Jeevan Prabandhan (paperback)

Author : Dr. Sitasharan Singh And Dr. Urmila Singh
Publisher : Uttkarsh Prakashan

Length : 150Page
Language : Hindi

List Price: Rs. 250

Discount Price Rs. 225

Selling Price
(Free delivery)



मकान अगर छोटा ही क्यों न बनाना हो, उसकी नींव इतनी दृढ़ बनाई जाती है कि वह उसका भार वहन कर सके। कमजोर नींव मजबूत मकान का भार संभालने में असमर्थ होता है। ऐसे कमजोर नींव पर निर्मित मकान, ताश के तंबू से अधिक भव्य, विशाल और दृढ़ नहीं हो सकता। ऐसे आशियाना को ढहने में समय नहीं लगता। यह बात विद्वान, मूर्ख, गंवार, शिक्षित सभी जानते हैं। जीवन को संभालने वास्ते सपफलता और काबिलियत की नींव को सभी सकारात्मक, गुणों विचारों और भावों से परिपूर्ण बनाना होगा। विभिन्न रंगों, भाषा और मानसिकता वाले लोगों से हमें नई जानकारियाँ मिलती हैं। उनके भिन्न-भिन्न अनुभव हमें नये तरीके से सोचने, समझने और जीने की प्रेरणा देते हैं। विविधता से बेहतर काम करने की पथ मिलता है। जब तक भरे हुए कप को खाली न किया जाय, उसमें कुछ और कैसे भरा जा सकता है। विश्व को नई सोच व नजरिये से अवलोकन करने से जीवन जीने की नई कला विकसित होती है। प्रारम्भ में कठिनाई महसूस करते हैं, क्योंकि हम अपने सुरक्षित दायरे से बाहर आना नहीं चाहते। बाहर निकलने में एक अनचाहे भय का सामना नयी हालातों, अनुभवों, वाक्याओं और तथ्यों से होता है। हम अपने पूर्व सोच में ही सुरक्षित महसूस करते हैं। नई सकारात्मक सोच कितनी भी असुविधाजनक क्यों न हो, हमें जीवन के प्रगति पथ पर अग्रसर करायेगी ही। आवश्यकता है, प्राकृतिक निडरता की। भाग्य के भरोसे बैठने वाले इंसान के हाथ कुछ नहीं लगता। मेहनत और निडरता से इंसान हर उपलब्धियों को हासिल कर पाने में सपफल होता है। स्वयं की संभावनाओं के बारे में जान लेने से जीवन में व्यक्तित्व का विकास होता है। जो हम स्वयं को देते हैं वही हम जीवन में होते हैं। हमारे अंदर की दुनिया बाहरी दुनिया की तुलना में बहुत बड़ी है। आत्मविश्वास, हौसलों की उड़ान व समय का सदुपयोग हमारे सपनों को साकार कर मंजिल तक पहुँचाता है। जीवन-प्रबंधन में जीवन संभालने एवं कामयाबी हासिल करने के प्रयास की गहन चर्चा की गई है। हमारी यह कोशिश आपको कामयाबी तक पहुँचाने में अवश्य सहायक होगी।

Specifications of Jeevan Prabandhan (Paperback)

BOOK DETAILS

PublisherUttkarsh Prakashan
ISBN-109-38-929810-5
Number of Pages150
Publication Year2020
LanguageHindi
ISBN-13978-93-89298-10-9
Bindingpaperback

© Copyrights 2013-2024. All Rights Reserved Uttkarsh Prakashan

Designed By: Uttkarsh Prakashan