Author : Pradeep Kumar Dash Deepak
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 200Page
Language : Hindi
List Price: Rs. 400
Selling Price
(Free delivery)
हाइकु, ताँका, चोका, सेदोका व रेंगा ये सभी जापान की बहुचर्चित प्राचीन काव्य शैलियाँ हैं, जो हिंदी काव्य साहित्य में प्रवेश करते हुए लोकप्रिय विधाओं के रूप में प्रतिष्ठित हुई हैं । जापानी काव्य रचनाओं के प्रथम संकलन ‘मान्योशू’ में 262 चोका, 61 सेदोका और 4192 ताँका रचनाएँ संकलित हैं। मान्योशू में सेदोका काव्य शैली की रचनाएँ सबसे कम संकलित हुई हैं । इन विधाओं के शिल्प में 5,7,5 वर्णक्रम की प्रधानता मिलती है । ताँका क्रमशः 5,7,5,7,7 वर्णक्रम की पंचपदी, सेदोका क्रमशः 5,7,7-5,7,7 वर्णक्रम की षट्पदी तथा चोका में क्रमशः 5,7 वर्णों की आवृत्ति के साथ अंत में एक ताँका का क्रम व्यवस्थित होता है । ‘सेदोका की सुगंध’ नामक प्रस्तुत यह साझा संग्रह दो खण्डों में विभाजित है । प्रथम खण्ड में अकारादि नाम क्रम से 55 रचनाकारों के सचित्र परिचय के साथ उनकी बीस-बीस सेदोका रचनाएं प्रकाशित हो रही हैं । इसी तरह द्वितीय खण्ड में रचनाकारों के अकारादि नाम क्रम से 155 रचनाकारों की एक-एक सेदोका रचनाओं को लेते हुए समग्र रूप से नवोदित स्थापित व प्रतिष्ठित सभी वर्ग के 210 रचनाकारों की 1255 सेदोका रचनाओं को एक साथ इस पुस्तक में संग्रहित करने का श्रमसाध्य प्रयास किया गया है । संग्रह के सहयोगी रचनाकार मित्रों का आत्मीय जुड़ाव व सृजनात्मक सहयोग ही इस बृहद संग्रहण का मुख्य संबल है । -प्रदीप कुमार दाश दीपक संपादक
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-929864-4 |
Number of Pages | 200 |
Publication Year | 2020 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-93-89298-64-2 |
Binding | Hard Cover |
© Copyrights 2013-2025. All Rights Reserved Uttkarsh Prakashan
Designed By: Uttkarsh Prakashan