Author : Dr. Ishwar Chand Gambhir
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 100Page
Language : Hindi
List Price: Rs. 150
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‘गंभीर’ जी गीत, ग़ज़ल, दोहे, मुक्तक आदि के सृजन में निरंतर व्यस्त हैं। आपकी नवीनतम कृति ‘ग़ज़लों का सफ़र’ में कुल 94 ग़ज़लें संग्रहीत हैं। इन सभी ग़ज़लों में ‘गंभीर’ जी का शायर समकालीनता और सच्चाई को सामने रखकर चलता है। अनेक ग़ज़लों में ‘गंभीर’ जी ने ऐसे गंभीर भाव भरे हैं, जिनमें उनकी कहन और भाव-भंगिमा देखने योग्य है। एक ग़ज़ल में वे कहते हैं- मुहब्बत आँसुओं से रो रही है, पड़ी संवेदना अब खो रही है, वही आती है हमको याद हर पल, व्यवस्था अब से पहले जो रही है.... बदलते वक्त की नव्ज़ को शायर गहराई से पकड़ता है- मानवता शर्मसार है गुरबत की आँख नम, क्या सच में इतने स्वार्थी अब हो गये हैं हम।
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-929881-4 |
Number of Pages | 100 |
Publication Year | 2021 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-93-89298-81-9 |
Binding | Paperback |
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