Baal Sahitya
दिखी à¤à¤• ननà¥à¤¹à¥€ सी चिड़िया पà¥à¤°à¥‹ रवीनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सिंह
Author : Prof Ravindra Pratap Singh

दिखी à¤à¤• ननà¥à¤¹à¥€ सी चिड़िया पà¥à¤°à¥‹ रवीनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सिंह दिखी à¤à¤• ननà¥à¤¹à¥€ सी चिड़िया, आज सवेरे सà¥à¤¬à¤¹ खेलते , हरा à¤à¤°à¤¾ मैदान था , हरे à¤à¤°à¥‡ थे पेड़ वहां पर , à¤à¤• गिलहरी आयी , बोली, " कैसी पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ चिड़िया कहाठघूम कर आयी ! नहीं दिखी कà¥à¤› दिनों यहाठपर मैंने तà¥à¤®à¤•ो ढूà¤à¤¢à¤¾ रोज़ !" चिड़िया बोली, " बहन गिलहरी , मैं गयी हà¥à¤¯à¥€ थी पिकनिक पर जंगल में था आयोजन आयोजक थे हाथी à¤à¤¾à¤ˆà¥¤ "