Author : Dr. Sudhakar Sharma Ashawadi
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 96Page
Language : Hindi
List Price: Rs. 80
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‘शिक्षा दर्शन एवं शिक्षण प्रविधियाँ’ पुस्तक लिखते समय मेरे मानस पटल पर यही प्रश्न बार-बार उभरते रहे, कि शिक्षा को हम किस रूप में परिभाषित करें। जीवन में आत्मावलोकन करने का माध्यम क्या है? जीवन के यथार्थ को किस प्रकार से समझा जा सकता है तथा किस प्रकार अपनी शंकाओं का समाधान करने के लिए प्रयास किए जा सकते हैं, अपने मन मस्तिष्क में उत्पन्न होने वाली समस्याओं को किस प्रकार अभिव्यक्त किया जा सकता है ताकि उनका समाधान खोजा जा सके। प्रस्तुत पुस्तक में कुछ परम्परागत अवधारणाओं सहित आधुनिक सत्य को भी अभिव्यक्त करने का प्रयास किया गया है। इस पुस्तक में अभिव्यक्त किए गए विचारों के सन्दर्भ में मात्र इतना ही कह सकता हूँ कि जैसे मैंने अनुभव किया, उसी के अनुरूप अभिव्यक्ति प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। मत-भिन्नता हो सकती है, क्योंकि यह मानवीय स्वभाव हैं, वैसे भी सार्वभौमिक सत्यों के अतिरिक्त सत्य की स्थिति परिवर्तनशील रहती है जो देश, काल और परिस्थितियों के अनुसार बदलती रहती है। मेरी भी यही मान्यता है, फिर भी शैक्षिक पाठ्यक्रमों के मूल में जो अवधारणाएँ है, उन्हें प्रस्तुत करने का प्रयास कितना सार्थक है, इसकी पुष्टि मात्र आपके माध्यम से ही संभव है। -सुधाकर शर्मा ‘आशावादी’ वरिष्ठ प्रवक्ता शिक्षा (संकाय) नेहरु मेमोरियल शिव नारायण दास स्नातको़त्तर महाविद्यालय, बदाय
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-431273-8 |
Number of Pages | 96 |
Publication Year | 2016 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 9789384312732 |
Binding | Paperback |
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