Author : Murari Lal Deepak
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 72Page
Language : Hindi
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‘हाइकु संसार’ चिन्तन प्रधान कृतित्व के धनी श्री मुरारी लाल दीपक के हिन्दी हाइकुओं का संग्रह है। हाइकु क्या है ? आम पाठक के मन में उभरे इस प्रश्न के उत्तर में यही कहा जा सकता है कि हाइकु 5-7-5 अक्षर (वर्ण) क्रम का मात्र 17 अक्षरीय छन्द है जो तीन पंक्तियों में लिखा जाता है और यह विश्व की सबसे छोटी कविता के रूप में स्वीकारा गया है। यहाँ एक बात स्पष्ट कर दूँ कि मात्र 5-7-5 वर्ण क्रम का ढाँचा ही हाइकु नहीं हो जाता है। हाइकु होने के लिए उसमें भाव पक्ष की दृष्टि से गागर में सागर भरने वाली बात जरूरी है। हाइकु दरअसल जापान से आयातित विधा है जिसका मूल कतिपय विद्वान भारत में ही तलाशने में लगे हैं। हाइकु का जापानी भाषा में अर्थ ‘नटभंगी’ या ‘नटभंगिमा’ या जल्दी की कविता है। ‘हाइकु केवल तीन पंक्तियों और कुछ अक्षरों की कविता नहीं है बल्कि कम से कम शब्दों में लालित्य के साथ लाक्षणिक पद्धति में विशिष्ट बात करने की एक प्रभावपूर्ण कविता है।’
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-431226-6 |
Number of Pages | 72 |
Publication Year | 2016 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-93-84312-26-8 |
Binding | hardcover |
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