Author : Shashi Develi
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 116Page
Language : Hindi
List Price: Rs. 200
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‘उड़ने की चाह’ गोपेश्वर जिला चमौली (उत्तराखंड) निवासी वरिष्ठ कवयित्री शशि देवली जी का तीसरा अनूठा काव्य संग्रह है जिसमें उन्होंने सही मायने में अपने मन की बात भी लिखी है ...जो एक अलग अनुभूति का एहसास कराता है। सृजन को एक नयी दिशा देकर आसमान पर निगाहें टिकाए रखना और फिर मूर्त और अमूर्त के बीच स्वयं को रखकर शब्दों में समाहित करने की कला जीवन में चमकती हुई नयी किरणों को पाने का आभास दिलाती है। सुबह का सूरज हर रोज एक नयी सीख दे जाता। मुश्किलों ने हमेशा बेरहमी से घेरे रखा पर मैंने ठहरना नहीं सीखा। हर रोज अपनी कविताओं से किरणों को निकलते देखा, अपने शब्दों को चमकते देखा और कविताओं में ही सुबह से शाम के पहर में जीवन को जिया। न क्या दुनिया भी वैसे ही चलती है।...शशि देवली
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-815540-8 |
Number of Pages | 116 |
Publication Year | 2018 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-93-88155-40-3 |
Binding | hard cover |
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