Author : Jainind Prashar
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 96Page
Language : Hindi
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‘ग्लानि और गौरव’ काव्य संग्रह में जयहिन्द जी ने विभिन्न मुद्दों को उठाया है चाहे वो भारत देश में अपनी ही राष्ट्रीय भाषा हिंदी का तिरस्कार हो चाहे पाकिस्तान द्वारा आतंक को पनाह देना, देश में बढ़ती बीमारी, लोकतंत्र के नाम पर चोला ओढ़ना आदि, इन विषयों पर गहरी चिंता भी जताई है। दूसरी तरफ जयहिन्द जी द्वारा इस काव्य संग्रह में ऐसी विभूतियों को भी मान दिया गया है जिनके कारण देश पूरे विश्व पटल पर सम्मानित हुआ है जिसमें भारतरत्न कृष्ण राम जी देश की चाँद पर पहुँचे, देश में सागर की लहरों पर बहती अरिहंट की नौसेना की उपलब्धि इन सभी विषयों को जयहिन्द जी ने अपनी लेखनी के माध्यम से बड़े ही सजीव रूप में पाठकों के सामने प्रस्तुत किया है। उनका अनुभव, उनके विचार, उनकी देश के प्रति चिंता व देश प्रेम साफ-साफ इस संग्रह में देखने को मिलता है।
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-815558-0 |
Number of Pages | 96 |
Publication Year | 2018 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-93-88155-58-8 |
Binding | paperback |
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