Author : Rekha Shrivastava
Publisher : Uttkarsh Prakashan
Length : 148Page
Language : Hindi
List Price: Rs. 250
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सपनों को देखना तो इंसानी फिदरत है फिर एक के टूटने से दूसरे सपने भी देखना क्यों छोड़ें ? ऐसे ही अपने कुछ लोगों के सपनों की एक शृंखला लेकर आपके सामने आ रही हूँ। ‘अधूरे सपनों की कसक’ को लेकर चली थी कि सबके आधे-अधूरे सपनों से दो-चार होंगे और फिर सोचेंगे कि इन सपनों के सजने और टूटने में क्या था? किसने अधिक इस सफर में अपने सपनों के साथ समझौता किया और कौन उसके लिए जिम्मेदार रहा? उसका नारी होना या फिर सामाजिक सीमाओं की परिधि। इस पुस्तक में अग्र लिखित भाई बहनों के अधूरे सपनों को लेखनी देने का प्रयास किया गया है उन्ही की जुबानी.... 01. अंजू चैधरी 02 . अजय कुमार झा 03. श्रीमती अजित गुप्ता 04. अनामिका सुनीता 05. अनूप शुक्ल 06. अर्चना चावजी 07. अरुण चंद्र राॅय 08. कंचन सिंह चैहान 09. कविता वर्मा 10. डाॅ. कुमारेन्द्र सिंह 11. खुशदीप सहगल12. ज्योति देहलीवाल13. ज्योति सिंह,14. जेन्नी शबनम,15. दीपक मशाल,16. निशा मित्तल,17. नीलिमा शर्मा ,18. नीरज गोस्वामी ,19. पंखुरी सिन्हा ,20. पल्लवी सक्सेना ,21. प्रियदर्शिनी तिवारी ,22. भावना भट्ट,23. मुकेश कुमार सिन्हा,24. रंजना भाटिया ‘रंजू’,25. रजनी मल्होत्रा नैयर (लारा),26. रश्मि रवीजा ,27. रवीन्द्र प्रभात ,28. राजेश कुमारी,29. रेखा श्रीवास्तव,30. वंदना गुप्ता,31. विभा रानी ,32. विभा रानी श्रीवास्तव,33. विवेक रस्तोगी ,34. शिखा कौशिक,35. शिखा वाष्र्णेय 36. शोभना चैरे,37. संगीता स्वरूप ,38. संध्या शर्मा,39. सतीश सक्सेना,40. समीर लाल,41. सरस दरबारी,42. सरोज सिंह ,43. सलिल वर्मा ,44. सत्यम शिवम45. स्वप्न मंजूषा ‘शैल’,46. साधना वैद 47. सीमा सिंघल ,48. सुषमा वर्मा,49. सोनल रस्तोगी,50. ऋता शेखर -रेखा श्रीवास्तव संपादिका
BOOK DETAILS
Publisher | Uttkarsh Prakashan |
ISBN-10 | 9-38-929842-3 |
Number of Pages | 148 |
Publication Year | 2020 |
Language | Hindi |
ISBN-13 | 978-93-8929-842-0 |
Binding | paperback |
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